न्यूयॉर्क. एक स्टडी के अनुसार, ओपन एआई का चैटजीपीटी (ChatGPT) उन कर्मचारियों के लिए प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में मदद कर सकता है, जिन्हें कवर लेटर लिखने, डेलिकेट ईमेल और कॉस्ट बेनिफिट एनालिसिस जैसे कार्य सौंपे गए हैं. अमेरिका में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के शोधकर्ताओं ने पाया कि जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के लाभ “पर्याप्त” हैं. उन्होंने नोट किया कि चैटजीपीटी ने वर्क टाइम में 40 प्रतिशत की कमी की, और उनके “आउटपुट क्वालिटी” में 18 प्रतिशत की वृद्धि की.
टीम का मानना है कि जर्नल साइंस में प्रकाशित स्टडी लोगों को चैटजीपीटी जैसे एआई टूल के वर्कफोर्स पर पड़ने वाले प्रभाव को समझने में मदद कर सकता है. एमआईटी के अर्थशास्त्र विभाग में डॉक्टरेट छात्र शेक्ड नोय ने कहा, “हम निश्चित रूप से कह सकते हैं कि जेनेरेटिव एआई के व्हाइट कॉलर के काम पर बड़ा प्रभाव पड़ने वाला है.”
नोय ने कहा, “हमारे स्टडी से पता चलता है कि इस तरह की टेक्नोलॉजी का व्हाइट कॉलर के कामों में महत्वपूर्ण उपयोग है. यह एक उपयोगी टेक्नोलॉजी है, लेकिन अभी भी यह बताना जल्दबाजी होगी कि यह अच्छा होगा या बुरा, या वास्तव में यह सोसाइटी को कैसे समायोजित करेगा.”